शिक्षा मित्रों का मानदेय बढ़े नहीं तो संघर्ष होगा: निर्मल
शिक्षा मित्र 2017 से मात्र 10 हजार रुपए पर कार्य कर रहे हैं जो जीविकोपार्जन के लिए पर्याप्त नहीं है। महंगाई के दौर में सरकार को शिक्षा मित्रों की समस्याओं का स्थाई निदान करना चाहिए। पिछले दिनों ट्रांसफर का शासनादेश तो जारी हुआ है, परन्तु उस पर अभी तक आगे कोई कार्य नहीं हुआ है जिससे यह प्रक्रिया भी रुकी है।
जिलाध्यक्ष ने उपस्थित शिक्षामित्रों का आह्वान किया कि सभी अपने दायित्व और अधिकार के प्रति सजग रहें। प्रदेश संगठन हम सभी के लिए सरकार से समस्या का समाधान कराने के लिए संपर्क में है। प्रदेश संगठन से जो भी सूचना या निर्देश मिलेगा उसी के अनुसार विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिक्षामित्र प्राथमिक स्कूल School और गांव के बीच में सेतु की तरह कार्य करते रहें जिससे विद्यालय में जन सहभागिता से अभिभावक और विद्यालय का संबंध और मजबूत हो।