Mar 5, 2022

फ़र्ज़ी शिक्षक : दूसरे के नाम पर 12 साल तक नौकरी करने वाला शिक्षक बर्खास्त।

 बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूल में दूसरे के अभिलेखों पर फर्जी तरीके से सहायक अध्यापक बन 12 साल तक नौकरी करने वाले को बीएसए ने बर्खास्त कर दिया है। साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी रुधौली को वेतन रिकवरी और मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया है।

एसटीएफ की जांच में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ।

बीएसए कार्यालय के अनुसार जिले के रुधौली के प्राथमिक विद्यालय कुड़ी चौराहा में प्रधानाध्यापक पद पर कार्यरत राजेश कुमार का सहायक अध्यापक पद पर चयन 2010 में हुआ था। एसटीएफ स्तर से कराई जांच में यह सामने आया कि राजेश कुमार ने किसी दूसरे के अभिलेखों का प्रयोग कर नौकरी हासिल की है। इसी नाम के असली शिक्षक राजेश कुमार चौबे गोरखपुर जनपद में कैम्पियरगंज ब्लॉक के परिषदीय विद्यालय सोनपुरवा पर कार्यरत हैं। उनके ही अभिलेखों का गलत तरीके से प्रयोग कर बस्ती में तैनात फर्जी अध्यापक ने नौकरी हासिल कर ली है। जांच रिपोर्ट में फर्जीवाड़े की पुष्टि होने के बाद बीएसए जगदीश शुक्ल ने रुधौली के प्राथमिक विद्यालय कुड़ी चौराहा में प्रधानाध्यापक पद पर कार्यरत रमेश कुमार को नोटिस देकर अपना पक्ष रखने की नोटिस जारी किया था। अब बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है।

संतकबीरनगर का पता अभिलेख में है दर्ज
बीएसए कार्यालय के अनुसार अभिलेख में फर्जी शिक्षक ने अपना पता संतकबीरनगर जिले के कोतवाली थानांतर्गत औद्योगिक नगर दर्ज किया है। बीएसए ने आरोपी प्रधानाध्यापक रमेश कुमार चौबे की सेवा समाप्त करने के साथ ही वेतन रिकवरी व मुकदमा दर्ज कराने का आदेश जारी कर दिया।

बस्ती के बीएसए जगदीश प्रसाद शुक्ल ने बताया कि एसआईटी स्तर से कराई गई जांच में पता चला कि जिले के रुधौली ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय कुड़ी चौराहा में प्रधानाध्यापक पद पर कार्यरत रमेश कुमार चौबे ने फर्जी अभिलेख पर नौकरी हासिल की है। इस नाम के असली शिक्षक गोरखपुर जनपद में कैम्पियरगंज ब्लॉक के परिषदीय विद्यालय सोनपुरवा में कार्यरत हैं। शिक्षक को बर्खास्त करने के साथ ही अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी गई है।