गोंडा। उत्तर प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी के बीच ठगों ने मंत्री के आवास को ही अपना अड्डा बना लिया है। ताजा प्रकरण समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री से जुड़ा हुआ है। पीड़ित दिनेश द्विवेदी का आरोप है कि उनके आवास पर रहने वाले दीपू नाम के एक व्यक्ति ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर उनके परिवार के 2 सदस्य तथा छह अन्य सदस्यों से ₹30 लाख मंत्री के सरकारी आवास पर यह कह कर लिया कि पैसा मंत्री जी को देना है। क्योंकि पैसा लेने
मंत्री के सरकारी आवास पर बुलाया गया इसलिए पीड़ित लोगों को विश्वास हुआ कि मंत्री जी उन्हें नियुक्ति पत्र देंगे। पैसा देने के कुछ दिन बाद समाज कल्याण मंत्री और अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी के हस्ताक्षर वाला एक नियुक्ति पत्र जारी कर दिया गया। आरोप है जब नियुक्ति पत्र लेकर पीड़ित संबंधित कार्यालय गए थे इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। और यह भी स्पष्ट हुआ की नियुक्ति पत्र पर मंत्री और प्रमुख सचिव के हस्ताक्षर फर्जी है। नियुक्ति पत्र फर्जी होने के बाद दिनेश द्विवेदीऔर अन्य मंत्री आवास पहुंचे पीड़ित का आरोप है कि मंत्री को पूरी जानकारी दी गई लेकिन उन्होंने आरोपी दीपू के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की
अब जब यह प्रकरण मीडिया में सुर्खियां बना रहा है तो समाज कल्याण मंत्री कह रहे हैं कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।