सम्मानित शिक्षक साथियों सेभी मैं क्षमा चाहता हूं।क्योंकि शिक्षामित्रों की रोजी-रोटी का सवाल था..मै
श्री दिनेश शर्मा जी को पैर पकड़कर आंसू भी गिराया था 01दिन के लिए शिक्षामित्रों की हित में विद्यालय बंद करवा दीजिए ठुकरा दिये । जयचंद नहीं हूं कि"शिक्षामित्रों की जमीर भेज दूं".